हेमकुंड साहिब- सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) और लक्ष्मण मंदिर (Lakshman Mandir) की यात्रा इस बार 3 माह की देरी से हो रही है, जिसके लिए 3 सितंबर को गोविंदघाट (Govindghat) से पंच प्यारों के नेतृत्व में पहला जत्था रवाना हो गया है। 4 सितंबर शुक्रवार को 10 बजे हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे। इस बार कोरोनावायरस महामारी के कारण बहुत ही सीमित संख्या में श्रद्धालु भेजे जाएंगे। आज गोविंदघाट से रवाना हुए श्रद्धालु रात्रि विश्राम घाघरिया (Ghaghariya) में करेंगे।
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को ध्यान में रखते हुए इस बार हर दिन सिर्फ 200 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी गई है। यात्रा इस वर्ष 1 महीना 5 दिन चलेगी और मंदिर कमेटी के सेवादारों ने बताया की यात्रा के लिए पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। 4 सितंबर सुबह 10 बजे अरदास के बाद हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे। जिस दौरान सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 के नियमों को मानते हुए मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना पड़ेगा। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन में यह भी तय हुआ है कि सभी श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले का आरटीपीसीआर टेस्ट (RT PCR test) भी दिखाना पड़ेगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Uttrakhand CM Trivendra singh Rawat) ने भी हेमकुंड साहिब यात्रा में शामिल हो रहे श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से कहा कि इस बार कोरोनावायरस महामारी के कारण बहुत सीमित लोगों को इस यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जा रही है। साथ ही उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील भी की जिसमें उन्होंने कहा सभी श्रद्धालु कोविड-19 के नियमों का पालन करें।