कोरोना महामारी की वजह से इस साल होने वाली ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की सभी परीक्षाओं को तो रद्द कर दिया गया है, लेकिन UGC के फाइनल इयर की परीक्षा को अनिवार्य किए जाने पर छात्रों का विरोध जारी है। UGC के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका पर 27 जुलाई को जस्टिस भूषण की बेंच सुनवाई करेगी।
बता दें UGC के इस आदेश के खिलाफा देश के 13 राज्यों और जम्मू-कश्मीर की एक यूनिवर्सिटी के 31 छात्रों ने याचिका दायर की थी।दायर की गई याचिका में कहा गया है कि देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है वहीं होते संक्रमण और बाढ़ की कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात हैं, ऐसी स्थिती में परिक्षा संभव नहीं है।
बीते दिनों यूजीसी ने साफ कर दिया था कि बैक लॉग के छात्रों को अनिवार्य रूप से परीक्षाएं देनी होंगी।साथ ही सितंबर के अंत तक विश्वविद्यालयों को परीक्षाएं करा देने का आदेश दिया गया था। लेकिन बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए छात्र UGC के इस आदेश की खिलाफत कर रहें हैं, और परीक्षा को टालने की मांग कर रहे हैं।
आपको बता दें इसके तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में ‘No BHU exam in Covid’ का ट्विटर ट्रेंड भी चलाया है। साथ ही BHU के कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा है।