दिल्ली: अस्पतालों में अब कम किए जाएंगे कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड

नई दिल्ली: दिल्ली में बीते साढ़े 7 महीनों में पहली बार प्रतिदिन आने वाले कोविड के मामले 500 से कम हुए हैं। कोरोना से संक्रमण की दर में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली में अब कोरोना का प्रकोप काफी हद तक नियंत्रण में है, लेकिन फिर भी सभी को मास्क पहनना चाहिए और बाकी सावधानियां भी बरतनी चाहिए।

दिल्ली में कोविड बेड की संख्या घटाने पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में हमने दिल्ली में बेडों की संख्या घटाई है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 2500 एवं निजी अस्पतालों में 5000-6000 बेड कम किए गए। पहले हमारे पास 18,800 बेड उपलब्ध थे, लेकिन संख्या घटाने के बाद भी हमारे पास 10,500-12,000 बेड हैं। हम अगले सप्ताह बेडों की संख्या और घटाएंगे।”

कोरोना वैक्सीन लगाने के प्रोटोकॉल के बारे में सत्येंद्र जैन ने कहा, “डीजीसीआई (ऊउक) ने इसकी स्वीकृति दे दी है। स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले एवं कोमॉरबीडीटी वाले मरीजों को पहले टीका लगाया जाएगा। पहले चरण में कोविड वैक्सीन लगाने के लिए 500-600 केंद्र बनाए जाएंगे, जिनकी संख्या को समय के साथ 1000 तक कर दी जाएगी।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड की संख्या घटाने के बाद भी अभी 10500 से 12000 बेड उपलब्ध हैं। जहां तक कोविड केंद्रों को बंद करने की बात है, दिल्ली सरकार विशेषज्ञों के साथ मिलकर बड़ी सतर्कता और सावधानियों को ध्यान में रखते हुए केंद्रों की संख्या घटा रही है। दिल्ली में शनिवार को 494 नए मामले थे और पॉजिटिविटी दर 0.73 फीसदी थी।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि साढ़े 7 महीनों के बाद पहली बार कोरोना के नए केस की संख्या 500 से नीचे आई है। पॉजिटिविटी रेट गिरकर 0.73 फीसदी हो गई है। 17 मई 2020 के बाद यह एक दिन में आए नए मामलों की सबसे कम संख्या है।

पिछले कुछ दिनों में केसों में कमी आने के बाद भी टेस्टिंग बड़े स्तर पर की जा रही है। दिल्ली में कोविड का प्रकोप काफी हद तक नियंत्रण में है, लेकिन फिर स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्लीवासियों से आग्रह किया है कि वे मास्क पहनें और सभी सावधानियों का पालन करें।

डीजीसीआई द्वारा वैक्सीन को मिली मंजूरी से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, “हमें अभी-अभी बताया गया है कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा टीकों को मंजूरी मिल गई है। दिल्ली सरकार टीकाकरण की पूरी व्यवस्था कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रोटोकॉल होगा कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंलाइन वर्कर्स, 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले और को-मारबीडीटी वाले लोगों को पहले टीका लगाया जाएगा। दिल्ली में तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारी और छह लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। इन 9 लाख लोगों को टीका लगाना हमारी प्राथमिकता होगी।”

कोविड केंद्रों को बंद करने से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सत्येंद्र जैन ने यह कहा, “हम स्थिति की बहुत बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं और बहुत सतर्कता से काम कर रहे हैं। आप यह कह सकते हैं कि हम काफी सतर्क हैं।

जब नए स्ट्रेन की खबर आई थी, तो सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया था और केंद्र सरकार ने उस सुझाव पर अमल करते हुए इंग्लैंड से आने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी थीं। इसका काफी फायदा हुआ और हम इस नए स्ट्रेन को नियंत्रण करने में सफल हुए। मंत्री ने कहा कि हमारे लिए बेहतर होगा कि हम सुरक्षा के लिए सारी सावधानियां बरतें और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।”

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