Defence Minister inaugurated bridge:पाकिस्तान और चीन द्वारा बनाए जा रहे विवाद को लेकर भारत सरकार मुस्तैद नजर आ रही है। भारत सरकार भी दोनों दुश्मनों के खिलाफ कमर कसकर तैयार है। इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार की दोपहर चीन पाकिस्तान सीमा पर 44 पुलों का उद्घाटन किया है। इस दौरान उन्होंने चीन पाकिस्तान की दोस्ती पर निशाना भी साधा है।
बता दें कि यह पुल सात अलग-अलग राज्यों में बनाए गए हैं। इन 44 पुलों को बनाने की जिम्मेदारी बीआरओ (border road organisation) को सौंपी गई थी। जिसमें से 23 पुल चीन की सीमा से और बाकी के पाकिस्तान की सीमा से सटे हुए बनाए गए हैं। साथ ही भारतीय इतिहास में पहली बार एक साथ इतने सारे पुलों का उद्घाटन किया गया है।
जानकारी के अनुसार 10 पुल जम्मू कश्मीर में, लद्दाख उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में आठ, पंजाब और सिक्किम में चार, हिमाचल प्रदेश में दो शामिल हैं। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के महानिदेशक और लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह के अलावा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, जम्मू कश्मीर और लद्दाख के मुख्यमंत्री और उप राज्यपाल भी मौजूद रहे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुए ई उद्घाटन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने पाक चीन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने चीन पाक को मिशन के अंतर्गत तनाव पैदा करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन के द्वारा मानो एक मिशन के अंतर्गत तनाव पैदा किया जाता रहा है। इन देशों से हमारी लगभग 7 हजार किलोमीटर की सीमा मिलती है, जहां आए दिन तनाव बना रहता है।
इन सभी पुलों में एक जोक सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र है वह है हिमाचल प्रदेश के दारचा में तैयार 350 मीटर लंबा पुल। यह अपने आप में एक कीर्तिमान है जो कि भारत के नाम है। पहाड़ी क्षेत्र में, बॉर्डर के करीब, घाटी के ऊपर इतने लंबे पुल का निर्माण बेहद कठिन काम है। जिसको बीआरओ ने सफल बनाया है।