Prayagraj: प्रयागराज के भ्रष्टाचारी एसएसपी पर योगी सरकार ने शिकंजा कसा है।सीएम योगी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दीक्षित पर तैनाती की अवधि में अनियमितता, शासन के निर्देशों का सही से पालन न करना और भ्रष्टाचार के आरोप थे।
प्रदेश के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया में जानकारी देते हुए बताया कि अभिषेक दीक्षित महानगर में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी नक्कारेेेे साबित हुए हैं। उन्होंने नियमित रूप से पेट्रोलिंग किए जाने और बैंकों तथा आर्थिक व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया। जिसके बाद उन पर यह कार्रवाई की गई।
इसके अलावा महानगर के बाइकर्स गैंग की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम में भी एसएसपी की कार्रवाई उचित नहीं थी। वहीं चेकिंग व पर्यवेक्षण का काम के काम में भी उनकी भूमिका नहीं के बराबर रही। महानगर में पिछले 3 महीने में लंबित विवेचनाओं में भी निरंतर वृद्धि दर्ज की गई।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना महामारी में जहां पुलिस कोरोना वॉरियर्स के रूप में जानी जा रही है। उस दौरान भी उक्त एसएसपी ने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ा। उन्होंने महानगर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और कोरोना महामारी जागरूकता अभियान में अपने दायित्व में कटौती की। जिस पर प्रयागराज हाई कोर्ट ने भी नाराजगी जताई।उन्होंने जानकारी दी कि इन सभी बातों को देखने के बाद सीएम योगी ने उनके निलंबन का फैसला लिया।