कोरोना वायरस को मात देने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, रूस वैक्सीन बनाने के बेहद करीब हैं। बता दें अमेरिका में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ और मॉडर्ना इंक के साझा प्रयासों से विकसित कोविड-19 का वैक्सीन अब अपने अंतिम चरण पर है।
आपको बता दें 27 जुलाई यानी बीते सोमवार को अमेरिका में तीसरा और आखरी ट्रायल शुरू हो गया है। इस ट्रायल में अमेरिका के लगभग 30 हजार लोग भाग ले रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि अंतिम चरण के परिणा को आने में महीनों का समय भी लग सकता है, वहीं जैसे पहले और दूसरे चरण के परिणा सफल रहे, ऐसे में ये जरूरी नहीं किया तीसरे तरण का ट्रायल भी सफल हो।
वहीं कोरोना वैक्सीन पर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के डायरेक्टर फ्रांसिस कोलिन्स ने अंतिम चरण के ट्रायल में सावन्नाह, जॉर्जिया में सुबह पौने सात बजे पहला टीका दिए जाने के बाद कहा, ”यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।” वहीं, मॉडर्ना कंपनी के CEO स्टीफन बैंसेल ने कहा, ”हम गति पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि हमारे लिए हर दिन मायने रखता है।”
आपको बता दें दुनियाभर के करीब 120 देश कोरोना से प्रभावित हैं। साल की शुरूआत में चीन के बुहान से शुरू हुआ कोरोना संक्रमण अब करीब करीब पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है। 6.57 लोगों की जान जा चुकी है। तो वहीं 1 करोड़ 66 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। 96.4 लाख लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं।