कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक सोमवार करीब 11:30 बजे शुरू हुई। जिसमें सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर बहस छिड़ी हुई है। इसके साथ ही नेताओं द्वारा दी गई चिट्ठी पर भी सियासत गरम नजर आ रही है। वहीं राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा सिब्बल और आजाद पर लगाए आरोपों पर भी सफाई दी जा रही है।
आपको बता दें कि 23 नेताओं में सोनिया गांधी से इस्तीफे को लेकर चिट्ठी लिखी थी। जिस पर सोनिया गांधी ने भी हामी भरी है। सोनिया ने कहा है कि उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी से अब मुक्त करें। इसके साथ ही उन्होंने नेताओं से कांग्रेस पार्टी पर आए संकट से उबारने की भी अपील की है।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक चल रही है। जिसमें अगला अध्यक्ष तय करना है। इस पूरे प्रकरण पर राहुल गांधी ने कहा है कि चिट्ठी भेजने का यह सही समय नहीं था। जब सोनिया गांधी अस्पताल में हैं उस वक्त इस तरह की मांग जायज नहीं है।
दूसरी तरफ कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सुबह 10:30 बजे से ही कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। कार्यकर्ता बैनर और पोस्टर लेकर आला अधिकारियों से यह अपील कर रहे हैं कि पार्टी की कमान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को संभालनी चाहिए। इस पक्ष में पांच राज्यों के मुख्यमंत्री और चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं का समर्थन भी राहुल को है।
सिब्बल और आजाद की सफाई
सीडब्ल्यूसी की बैठक में एक और गहन मसले पर सफाई पेश की जा रही है। बीते दिनों मैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दो वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद पर आरोप लगाया कि वह भाजपा समर्थक होते जा रहे हैं।
इस विवाद पर कपिल सिब्बल ने ट्वीट के जरिए अपनी सफाई पेश करते हुए कहा है कि राजस्थान उच्च न्यायालय से लेकर मणिपुर में भाजपा की सरकार गिराने तक उन्होंने हर कदम पर पार्टी का बचाव किया है। उन्होंने लिखा है कि 30 साल से बीजेपी के पक्ष में उन्होंने कभी कोई बयान नहीं दिया है।
इसके अलावा सदन में विपक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले आजाद ने भी जवाब दिया है लेकिन अपने इस बयान में उन्होंने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया है। वही बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी सोनिया गांधी से अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है।