उत्तराखंड पुलिस के प्रतिनिधि बन लद्दाख पहुंचे चंपावत के SP लोकेश्वर सिंह

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद और इस विवाद के बाद सैनिकों की शहादत कोई नई बात नहीं है। साल 1959 के 21 अक्टूबर को लद्दाख (Laddakh) के हॉट स्प्रिंग (Hot Spring) क्षेत्र जो कि भारत चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा (India China Border) पर है, वहां चीनी सैनिकों ने भारतीय जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी और चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों के सीआरपीएफ (CRPF) की टुकड़ी पर अचानक हमला कर दिया था। जिसमें सीआरपीएफ (CRPF) के 10 जवान शहीद हो गए थे।

उसके बाद सभी शहीद वीर जवानों को सैन्य सम्मान के साथ उनकी शहादत का उत्सव मनाते हुए उनका अंतिम संस्कार हॉटस्प्रिंग लद्दाख में ही किया गया। वहीं उनका स्मारक भी बनाया गया। हर वर्ष देशभर में 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस (Police martyrs Day) भी मनाया जाता है। इन सभी वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सभी राज्यों की पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा बल हर साल अपने तरफ से एक-एक प्रतिनिधि भेज कर हॉट स्प्रिंग लद्दाख में सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं।

हॉट स्प्रिंग पूर्वी लद्दाख के लेह शहर से लगभग 190 किलोमीटर दूर है। इस जगह पहुंचने के लिए भारत के सबसे ऊंचे मार्सेला (Marsela Pass) पास जो कि 18955 फीट है उसे पार करना पड़ता है। यह हॉट स्प्रिंग समुद्र तल से 15600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस बार ऑल इंडिया पुलिस पार्टी में उत्तराखंड पुलिस (Uttrakhand Police) का प्रतिनिधित्व करते हुए चंपावत (Champawat) जिले के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह (SP Lokeshwar Singh) गए थे।

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