भारत ने नेपाल को दी दो ट्रेनों की सौगात, भारत-नेपाल रेल सेवा फिर शुरु होने की उम्मीद

भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ हर संकट की घड़ी मे उनके साथ खड़ा रहता है। ऐसे मे नेपाल के बेवजह सीमा विवाद कायम रखने के बावजूद भारत ने अपने सबसे प्रिय पड़ोसी और छोटे भाई के समान नेपाल को 2 सेट DEMU ट्रेनों की सौगात दी। इन दोनो ट्रेनों मे इंजन के साथ 5…

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जानिए ऐतिहासिक दृष्टि से आज का दिन क्यों है खास

आज से 90 साल पहले यानी 1929 में महान क्रांतिकारी यतींद्रनाथ (Yatindra Nath) की 63 दिन के भूख हड़ताल के बाद मृत्यु हो गई थी । यतिंद्रनाथ ने यह उपवास इसलिए रखा था ताकि भगतसिंह (Bhagat Singh) और उनके साथ के राजनैतिक कैदियों के साथ होने वाले अन्याय को रोका जा सके । वे चाहते…

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जानिए ऐतिहासिक दृष्टि से आज का दिन क्यों है खास

आज से 127 साल पहले यानी 1893 में अमेरिका (America) के शिकागो (Chicago) में एक धर्म सम्मेलन हुआ था। यह पहला मौका था जब पश्चात जगत का सामना पूर्व के एक धर्म आचार्य के साथ हो रहा था । इस धर्म सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व स्वामी विवेकानंद (swami vivekananda) ने किया था । अपने…

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जानें क्यों आज ही के दिन मनाया जाता है शिक्षक दिवस

एक बच्चे के जीवन में शिक्षक की क्या भूमिका होती है, इसे शब्दों में पिरो पाना थोड़ा कठिन हैं। क्योंकि शिक्षक ही बच्चे को वो रास्ता दिखाता है जिसपर चलकर वो अपने भविष्य को उज्जवल बनाता है। ऐसे में शिक्षक के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करने के लिए केवल आज का दिन नाकाफी है।…

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तीन दिन तक अकेले चीनी सेना से लड़ने वाले राइफलमैन जसवंत सिंह की कहानी

उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, इसके अतिरिक्त उत्तराखंड की जो पहचान है वो ये कि यहां से देश की सेवा के लिए सैनिक बहुत ज्यादा मात्रा में निकलते हैं। उत्तराखंड के चमोली से निकलने वाले एक सैनिक की कहानी इतनी अद्भुत हुई कि उसकी बहादुरी की मिसाल आज भी दी जाती है। यह कहानी…

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आशा वर्कर ने पेश की इंसानियत की मिसाल

कोरोना संकट काल में कर्नाटक के उडुपी जिले में एक महिला ने अनोखी मिसाल पेश की है। बता दें यहां एक आशा कार्यकर्ता ने एक गर्भवती महिला को आधी रात को अपने ऑटो रिक्शा में करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित सरकारी अस्पताल में सुरक्षित पहुंचाया। बताया जा रहा है कि कर्नाटक के उडुपी जिले के…

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‘दिल बेचारा’, रिव्यू नहीं श्रद्धांजलि

दिल से सोचने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने ‘दिल बेचारा’ (DIL BECHARA)से एक बार फिर जीता दर्शकों का दिल…..फिल्म शुरु होने के साथ ही उनकी मासूमियत भरी मुस्कुराहट को देखकर दिल ने एक बार फिर कहा…चल झूठे…सुशांत कभी मर नहीं सकता…सुशांत की ये मुस्कुराहट सालों साल लोगों के दिलो दिमाग में जिंदा रहेगी। सुशांत सिंह…

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वरुणा की त्रासदी: गंगा के लिए चुनौती

वाराणसी। फूलपुर के पास मैलहन झील से निकलकर 202 किमी. की यात्रा करके वाराणसी के आदिकेशव घाट पर गंगा से मिलती है। इसी नदी ने वाराणसी को नाम दिया। इस पुराने शहर को जिन दो नदियों वरुणा और असि के नाम से जाना जाता है, आज उन्हीं का अस्तित्व खतरे में है और इसका कारण…

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