British PM India Visit: बीते 52 दिनों से जारी रूस और युक्रेन युद्ध के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत दौरे पर आने वाले हैं। खबर है कि 21 अप्रैल के दो दिनों के लिए बोरिस जॉनसन भारत आने वाले हैं। जानकारों का मानना है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भारत दौरे से भारत और ब्रिटेन के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
माना जा रहा है कि बोरिस जॉनसन की होने वाले इस भारत दौरे से दोनो देशो के बीत व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, रक्षा और सुरक्षा के साथ साथ दोनो देशों के बीच अलग अलग क्षेत्रों में दोनो देशो के सहयोग को और गहरा करने में मदद मिलेगी। बोरिस जॉनसन 21 और 22 अप्रैल को भारत में मौजूद रहेंगे। उनके यात्री की तैयारी पूरी की जा चुकी है।
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British PM India Visit: दो बार रद्द हो चुका है बोरिस जॉनसन का भारत दौरा
आपको बता दें, इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन बीते साल 26 जनवरी के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत आने वाले थे लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का उस वक्त भारत दौरा रद्द हो गया था। इसी तरह से बीते साल जनवरी के बाद दूसरी बार अप्रैल के महीने में भी बोरिस जॉनसन को अपना भारत दौरा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से रद्द करना पड़ा था।
अब ये तीसरा मौका है जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भारत दौरे कार्यक्रम तय हुआ है। इस दौरे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच कई द्वीपक्षीय मुद्दों पर समझौता हो सकता है। जिससे भारत और ब्रिटेश के बीच संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
British PM India Visit: हो सकती है रूस-युक्रेन युद्ध पर चर्चा
कयास लगाए जा रहे हैं कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बीते 52 दिनों से जारी रूस और युक्रेन युद्ध पर चर्चा हो सकती है। बीते मार्च के महीने में दोनो देश के नेताओं के बीच फोन पर बात हुई थी। उस वक्त ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पर विस्तृत चर्चा की थी।
उस वक्त फोन पर हुई बातचीत के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से रूस और युक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए खत्म करने की बात कही थी। आपको बता दें, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की आखिरी मुलाकात बीते साल नवंबर के महीने में आयोजित ग्लासगो समिट के दौरान हुई थी।
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