बॉलीवुड अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के भूतपूर्व सांसद परेश रावल नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। गुरुवार 10 सितंबर को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने परेश रावल (Paresh Rawal) को नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National school of Drama) के नए अध्यक्ष के रूप में चुना। इसकी घोषणा संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने सोशल मीडिया पर की। परेश रावल से पहले राजस्थानी कवि अर्जुनदेव चरण (Arjundev Charan) नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के कार्यवाहक अध्यक्ष थे। परेश रावल का चयन इस पद पर 4 साल के लिए हुआ है।
केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया। अपने ट्वीट में प्रह्लाद सिंह पटेल ने लिखा कि “श्री परेश रावल को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है परेश रावल की प्रतिभा का लाभ छात्रों को अवश्य मिलेगा”।
प्रख्यात कलाकार मा @SirPareshRawal जी को महामहिम @rashtrapatibhvn द्वारा @nsd_india का अध्यक्ष नियुक्त किया है।उनकी प्रतिभा का लाभ देश के कलाकारों एवं छात्रों को मिलेगा ।हार्दिक शुभकामनाएँ @PMOIndia @JPNadda @incredibleindia @tourismgoi @MinOfCultureGoI @BJP4India @BJP4MP pic.twitter.com/ONdM2sB3g0
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) September 10, 2020
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी परेश रावल के अध्यक्ष चुने जाने पर ट्वीट आया उसमें उन्होंने लिखा कि- “हमें जानकर बहुत खुशी हो रही है कि महामहिम राष्ट्रपति ने पद्मश्री परेश रावल को नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का नया अध्यक्ष बनाया है। उनके कार्यकाल के दौरान उनके निर्देशन में हम नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे”।
We are glad to inform " Hon’ble President of India @rashtrapatibhvn has appointed renowned actor & Padma Shri @sirpareshrawal as chairman of @nsd_india."NSD family welcome the legend to shower his guidance to NSD for achieving new heights.@prahladspatel @MinOfCultureGoI
— National School of Drama (@nsd_india) September 10, 2020
30 मई 1950 को जन्मे परेश रावल ने 1984 में फिल्म होली से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने करियर में सैकड़ों फिल्में की और हर तरह के किरदार में फिट बैठे। कॉमेडी किरदारों ने उन्हें खास पहचान दिलाई, इससे इतर हर तरह के सहायक किरदार करते हुए नजर आए। उन्हें अपनी एक फिल्म में खलनायक के किरदार के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और 2014 में भारत सरकार ने पद्मश्री से नवाजा।