Bihar.बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Election) को लेकर सियासत तेज हो गई है। एनडीए ने अपनी ओर से नीतीश कुमार को अपना नेता घोषित कर दिया है। जबकि उनके सामने होंगे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव। इस बार के बिहार चुनाव को देखा जाए तो बिहारी दंगल में युवाओं की जंग नजर आने वाली है। इस जंग में तेजस्वी यादव के साथ प्रशांत किशोर कन्हैया कुमार और चिराग पासवान नीतीश कुमार को चुनौती देते नजर आने वाले हैं।
इसके अलावा बिहार चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है तोड़फोड़ की राजनीति भी गति पकड़ रही है। आए दिन नेताओं के दल बदलने की खबरें मीडिया में छाई रही हैं। कुल मिलाकर यह चुनाव नीतीश बनाम तेजस्वी होने वाला है। जहां कांग्रेस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है।
बिहार चुनाव को लेकर एनडीए का कहना है यह चुनाव जेडीयू और बीजेपी के लिए एक तरफा होने वाला है। क्योंकि इस चुनाव में लालू प्रसाद यादव की हिस्सेदारी नहीं होगी। वहीं दूसरी तरफ नीतीश के लिए युवा चुनौतियां सामने खड़ी है।
बता दें कि प्रशांत किशोर जेडीयू छोड़ अब नीतीश के विरोधी हैं। प्रशांत यूथ इन पॉलिटिक्स के जरिए अब युवाओं की समस्याओं को लेकर जनता में उतरे हैं। हालांकि प्रशांत किशोर एक प्रख्यात पब्लिक रिलेशन कंपनी के मालिक हैं।
दूसरी तरफ जेएनयू के छात्र संघ के नेता रहे कन्हैया कुमार भी बिहार चुनाव में महागठबंधन के साथ हैं। कन्हैया मैदान ए जंग में उतर कर सरकार की बदहाली के 15 साल का विषय पर लोगों से बात कर रहे हैं।
इन चेहरों के अलावा एक ऐसा महत्वपूर्ण युवा चेहरा है जो हैं तो सरकार के साथ लेकिन सरकार में रहकर विपक्ष की भूमिका निभाते दिख रहे हैं। वह चेहरा है चिराग पासवान का। चिराग ने सुशांत सिंह राजपूत केस से लेकर कोरोना के मुद्दे पर ही नीतीश कुमार से अलग रुख अपना रहे हैं।