एक तरफ जहां बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है तो वहीं सियासी महकमे में हलचल तेज हो गई है। कई नेता पार्टी बदल रहे हैं तो वहीं कईयों को राजनीति मैदान में जंग लड़ने का मिला है मौका। इन सब के बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता और सांसद ललन सिंह ने दावा किया है कि RJD के कई विधायक JDU के साथ चुनावी राह पकड़ सकते हैं। चुनावी रण में विधायकों के पाला बदलने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव को मंजूरी दे दी है।
जेडीयू नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में मुंगेर से सांसद हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी का बोरिया बिस्तर बंध जाएगा। विधायकों और उम्मीदवारों के हेर फेर को उन्होंने राजद में भगदड़ बताया।
इसके साथ ही सुशील सिंह की सदस्यता शपथ कराते हुए एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने बताया कि थोड़ा इंतजार कीजिए राजद में बड़ी टूट पड़ने वाली है। इसके लिए 1 सितंबर को जेडीयू कार्यालय पर मिलन समारोह का आयोजन भी किया गया है। उनका कहना है कि जेडीयू अगर गेट खोल दे तो आरजेडी में कुछ नहीं बचेगा।
इसके साथ ही चुनाव टालने की मांग पर उन्होंने तंज कसा की वहीं लोग परीक्षा टालने की बात करते हैं जो पढ़ाई में कमजोर होते हैं। इसके अलावा उन्होंने सरकारी योजनाओं का समर्थन करते हुए कहा कि तेजस्वी क्या जाने कितने कोरोना टेस्ट राज्य में प्रतिदिन हो रहे हैं, राज्य का रिकवरी रेट और बाढ़ राहत कार्य। जेडीयू को किसी दलित कार्ड खेलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उसका काम ही उसका प्रचार करेगा।
दूसरी तरफ बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि महामारी के कारण चुनाव रोके नहीं जा सकते। यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है और वह से पूरी इमानदारी से संपन्न कराए।