अपने ग्राहकों को सबसे सस्ता, सबसे अच्छा कहकर शॉपिंग के लिए आर्कषित करने वाला बिग बाजार आखिरकार बिक गया। भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) के हाथों बिग बाजार के बिकने की घोषणा हो चुकी है। इसके साथ ही खुशी की बात ये है कि बिग बाजार भले ही बिक गया हो लेकिन इसमे काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी पहले की ही तरह बरकरार रहेगी। वहीं कारोबारियों का कहना है कि अगर रिलायंस ने बिग बाजार को नहीं खरीदा होता तो शायद आज लाखों लोग बेरोजगार हो गए होते।
किंग कहे जाने वाले किशोर बियानी की कंपनी बिग बाज़ार का संचालन फ्यूचर ग्रुप (Future Group) द्वारा होता था । कारोबार की दुनिया में किशोर बियानी एक जाना पहचाना नाम है । साल 2019 में फोर्ब्स की लिस्ट में किशोर बियानी 80वें नंबर के सबसे अमीर बिजनेसमैन थे, लेकिन अब कर्ज उतारने के लिए उन्होंने अपना बड़ा कारोबार RRVL को 24713 करोड़ रुपये में बेच दिया है।
इस डील के साथ ही किशोर बियानी के ऊपर से ‘रिटेल किंग’ का तमगा भी हट जाएगा । इससे पहले 2012 में भी उन्होंने पैंटालूंस (pantaloons ) को आदित्य बिड़ला ग्रुप के हाथों बेच दिया था जिसकी शुरुआत उन्होंने 1987 में कोलकाता से की थी ।
सबसे बड़ी बात यह है कि रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) के हाथों फ्यूचर ग्रुप के बिक जाने के बाद भी बिग बाजार का अस्तित्व बना रहेगा । रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ( RRVL) की निदेशक ईशा अंबानी (Isha Ambani) ने कहा कि इस सौदे के बाद भी फ्यूचर ग्रुप के ब्रांड और फॉरमेट बरकरार रहेंगे। उन्होंने कहा कि बिग बाजार के बिजनेस इकोसिस्टम को भी संरक्षण मिलेगा ।
मुकेश अंबानी और किशोर बियानी के कंपनियों के बीच इस डील की पहल 2020 के शुरुआत में ही हुई थी। रिलायंस से पहले अमेरिकी कंपनी अमेजन ( Amazon) ने भी फ्यूचर ग्रुप में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन आरआईएल( RIL) के साथ एक डील ने बियानी के कर्ज के मुद्दों का पूरी तरह से समाधान कर दिया है, इसीलिए उन्होंने अपनी कम्पनी को RIL के हाथों बेच दिया ।