Amar Jawan Jyoti Merged With National War Memorial: आज 21 जनवरी की तारीख ऐतिहासिक बन गई है। क्योंकि आज के दिन अमर जवान ज्योति की ज्वाला को नेशनल वॉर मेमोरियल की ज्वाला से मिला दिया गया है। बता दें, ये फैसला बीते दिनों केंद्र सरकार ने लिया था जिसे आज पूरा किया गया है। सन 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के प्रतीक के तौर पर अमर जवान ज्योति पर पिछले 50 से भी ज्यादा सालों से जल रही ज्वाला को आज औपचारिक तौर पर सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में नेशनल वॉर मेमोरियल पर जल रही लौं से मिला दिया गया है।
Amar Jawan Jyoti Merged With National War Memorial: 1971 के युद्ध में भारत ने दी था पाक को मात
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आपको बता दें, 1971 में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद 1971 में भारत की सेना ने पाकिस्तान की सेना को चारो खाने चित्त कर दिया था। भारत की इस जीत के बाद ही पड़ोसी देश बांग्लादेश का गठन हुआ था। 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में अमर जवान ज्योति पर एक मशाल जल रही है।
Amar Jawan Jyoti Merged With National War Memorial: पूर्व सैनिकों ने किया फैसले का स्वागत
केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत सेना के जवान और पूर्व सैनिकों ने भी किया। पूर्व सैनिकों को कहना है कि राष्ट्रीय युद्ध स्मारक ही एकमात्र स्थान है जहां सैनिकों को सम्मानित किया जाना चाहिए, साथ ही ये भी कहा कि एक सैनिक का सम्मान वहीं है जहां उनका नाम लिखा हो। 1971 के युद्ध में शहीद हुए सौनिकों की याद में अमर जवान ज्योति पर ज्वाला जलाई गई थी।